Chhattisgarh

chhattisgarh News : रायपुर : चन्द्रहासिनी समूह की दीदियों द्वारा निर्मित इकोफ्रेंडली गणपति विराजेंगे इस बार घरों और पंडालों में

आकर्षक रंगों और आकार में 2 सौ रुपये से 4 हजार रुपये तक विक्रय हेतु उपलब्ध
रीपा से जुड़कर बदल रही जिंदगी

राज्य की महिला स्व सहायता समूहों ने अपने हुनर और मेहनत से एक नई पहचान बनाने में सफलता हासिल की है(chhattisgarhl news)। चाहे एलईडी बल्ब का निर्माण हो, फेंसिंग तार जाली का निर्माण हो, फ्लाई ऐस ईंट या गोबर पेंट का निर्माण हो या खाद्य सामग्री का निर्माण हो, सब में उच्च गुणवत्ता और मानकों का ध्यान रखते हुए एक सफल उद्यमी के रूप में महिला स्व सहायता समूह अपना नाम दर्ज करा रहे है(chhattisgarhl news)ं। हाल ही में रक्षाबंधन के अवसर पर महिला समूह ने कम कीमत पर आकर्षक राखियां बनाकर अपने हुनर से सबको परिचित कराया था।
इसी तारतम्य में अब जब गणेश चतुर्थी का त्यौहार आने वाला है(chhattisgarhl news) तो ऐसे समय पर महासमुंद जिले में समूह की महिलाओं ने इसे एक अवसर के रूप में देखते हुए गणेश मूर्तियों का निर्माण किया है(chhattisgarhl news)। महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क गोड़बहाल से जुड़कर मां चन्द्रहसिनी महिला समूह की दीदियां विभिन्न आकार और रंगो की आकर्षक गणेश मूर्ति का निर्माण कर रही है(chhattisgarhl news)ं। ये महिला समूह पहले माटी कला कार्य से जुड़कर कार्य कर रही थीं। अब रीपा योजना के पश्चात इन्हें ज्यादा संसाधन और अवसर मिला।
महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखंड के ग्राम पंचायत गोडबहाल गौठान से जुड़ी रीपा योजनांतर्गत चंद्रहासिनी स्व सहायता समूह की महिलाएं गणेश मूर्ति का निर्माण कर रही है(chhattisgarhl news)ं। इस बार समूह की दीदियों द्वारा बनाए गए गणपति घरों और जगह जगह पंडालों में विराजेंगे।
समूह की अध्यक्ष नीरा निषाद ने बताया कि वे लगभग 500 गणेश मूर्तियों का निर्माण कर रही है(chhattisgarhl news)ं। अभी पहली खेप बाजार में उतर गई है(chhattisgarhl news) जिसे अच्छा प्रतिसाद मिला है(chhattisgarhl news)। वह बताती है(chhattisgarhl news) कि इस बार गणेश मूर्ति के बिकने से ही करीब 1 लाख रुपए आय होने की उम्मीद है(chhattisgarhl news)। उन्होंने बताया कि उनके पास विभिन्न आकार में 200 से लेकर 4000 रुपए तक का गणेश उपलब्ध है(chhattisgarhl news) जो विभिन्न रंगों और आकर्षक तरीके से बनाए गए है(chhattisgarhl news)ं।
उन्होंने बताया कि रीपा योजना से जुड़ने के पहले सभी सदस्य खेतीहर मजदूरी व माटी कला से जुड़े कार्य करते थे। माटी कला कार्य के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं था तथा सतत आय का भी जरिया नहीं था। अब रीपा अंतर्गत अपनी रुचिकर और परंपरागत कार्य को करने में हमें खुशी के साथ साथ आत्मनिर्भरता का अनुभव होता है(chhattisgarhl news)। उन्होंने बताया कि समूह में 10 महिलाएं है(chhattisgarhl news)ं। रीपा योजना लागू होने के बाद चंद्रहासिनी स्व सहायता समूह द्वारा माटी कला का कार्य किया जा रहा है(chhattisgarhl news)। बाजार व्यवस्था के रीपा एवं स्थानीय बाजार में माटीकला गतिविधि से प्रतिमाह लगभग 8 हजार रूपए की आमदनी हो जाती है(chhattisgarhl news)। अब तक माटी कला कार्य से समूह को खर्च काटकर लगभग 3 लाख रुपए की आमदनी हो चुकी है(chhattisgarhl news)। इस तरह समूह के सभी सदस्य गण माटी कला के कार्यों को अपना भविष्य मानकर राज्य शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है(chhattisgarhl news)।

The post रायपुर : चन्द्रहासिनी समूह की दीदियों द्वारा निर्मित इकोफ्रेंडली गणपति विराजेंगे इस बार घरों और पंडालों में appeared first on ….

Compiled: trendnews100.com

treding cg news, ट्रेंडिंग cg news , Tranding letest cg news in hindi, Chhattisgarh news, latest chhatisgarh news, breaking cg news, cg latest news, cg latest news, , today news cg, cg today news, Chhattisgarh live news today,

disclaimer : इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए Trend News की कोई जिम्मेदारी या दायित्व नहीं है(chhattisgarhl news)ं. पाठकोंहमारे facebook, Twitter पेजों के जरिए हमसे संपर्क कर सकते है(chhattisgarhl news)ं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button